Thursday, September 27, 2007

Santaun ki vani

संतों की वाणी ऐसी नही है की जो हमें अन्धाविश्वशी बनावें | संतों ने कहा - " तुम देखने की विधि नहीं जानते हो; हम बतलाते है, उस विधि से देखो |" संतों की वाणी में मुझे इतनी मिठास मालूम परती हैं , जितनी मिठाई में नही | - महर्षि मेंहिं परमहंस जी महाराज

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